भगवन की ये सुन्दर रचना अद्भत अवलोकिक नजारा है।भगवान भी जब संसार की रचना कर रहे थे तब उसे सजाने के लिए ये प्रकृति का निर्माण किये।यदि आप का मन असान्त हो तो किसी शांत व खुबशुरत जगह पे जाने से मन को बड़ी शांति मिलती है।हर असाध्य रोग का इलाज इस प्रकृति के गोद मे छिपा है। रोग के इलाज की नायाब जडीबुटी इसी सुंदर नजारे में छिपा है।प्रकृति के गोद में विचरण कर रहे ये जिव उनकी सुंदरता में चाँद चाँद लगा रहा है ।इनही पेड़ पौधो की वजह से हमारे प्यारे किसान भी फल फूल रहे है और हमे खाने के लिए अच्छे व उपयोगी पोस्टिक आहार प्रदान करते है। जब से प्रकृति को हानि पोहचना शुरु किये है तब से तमाम बीमारिया व् खाने के लाले पड़े हुवे है।और आए दिन जगह जगह किसान बारिश न होने की वजह से अत्म्हत्या कर रहे है।आइये आज हम लोग एक कसम ले और पेड़ लगा के प्रकृति को और सुंदर बनाए जीवो को भी बचे ।ये सुरछित तो हम सुरछित आइये हम सब मिलके इसे और सुंदर बनाए। प्रभु के इस अनमोल धरोहर को बचाए।मनीष
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