Monday, November 30, 2015

जौनपुर में नन्दी विराज मान है शिवलिंग के बगल में ये बड़ा अनोखा मन्दिर है ....जानिए क्यू

यदि आप इन तीन शिवलिंग एक साथ इस घर में वह नंदी के दरवाजे पर रहता है जो एक अनोखी बात है, गायन देखा सूरज घाट में जौनपुर, इस मंदिर में शिव के नंदी शिव यह भी है के रूप में आप एक अद्वितीय मंदिर में यहाँ के बगल में बैठता उसकी शिवलिंग जौनपुर के छोटे से बड़े बनावट बहुत प्रसिद्ध घाट घाट सूरज है .... मनीष 

जौनपुर ;-सौ के उपर हुवे बाबा जगन्नाथ दास जी महाराज

सौ के उपर हुवे बाबा जगन्नाथ दास जी महाराज ये जौनपुर के सूर्य घाट के सबसे बड़े महंत है ये अयोध्या महंत के नाम से भी जाने जाते है इनकी सेवा में कई संत महत्मा लगे रहते है ये अयोध्या के कई मठों के मठाधिष  है ये प्रयाग में एक महीने तक क्ल्ब्बास करते है इस योगी पुरुष के ‍‍‌ललाट पे बहुत तेज है ....मनीष 

Sunday, November 29, 2015

जौनपुर के नायब एतिहासिक मन्दिर सन 1786 ई. में निर्माण ....?जानिए कहा स्थापित है

जौनपुर का राज्य मन्दिर का निर्माण राजा शिवलाल दत्त प्रथम राजा जौनपुर द्वारा सन 1786 ई. में निर्माण हुवा जब इसकी इमारत जर्जर अवस्था में पहुची तो तब रियासत के इग्यारहवें राजा सन 1960 में राजा यादवेन्द्र दत्त ने इस मन्दिर का पुनः निर्माण करवाया फिर राजा अवनींद्र दत्त ने सन 2005ई. में इस राज्य मन्दिर का जीर्णोद्धार व श्रृंगारिकरण बारहवें राजा ने शिवरात्रि 2005ई. में करवाया इस मन्दिर में कइ देवी देवताओं की स्थापना हुई है राजा  बड़े ही धार्मिक प्रविती के थे उसमे एक शिवलिंग की भी स्थापना हुई थी शिवरात्रि के दिन वहां मेले लगते है इस अनमोल धरोहर को बचा के रखने की जरूरत है क्यू की ये जौनपुर के नायब इतिहास है ......मनीष 

इंदौर नहीं मिली कार तो दूल्हे ने रोकी बरात, इधर लड़की ने दूसरे से कर लिया निकाह -

इंदौर

एक लड़की की शादी देवास के लड़के से तय थी। मंगलवार को बरात आनी थी, लेकिन रात को दूल्हा दहेज में कार की मांग को लेकर अड़ गया और बरात लेकर नहीं आया। रात 12 बजे लड़की के पिता ने थाने पर शिकायत कर दी। उधर, रिश्तेदारी में ही एक परिवार को शादी के लिए तैयार किया और आधे घंटे में गम का माहौल खुशी में बदल गया। रात में ही निकाह हो गया। 

अब्दुल हफीज शाह ने बेटी तमन्ना की शादी देवास के अजीज शाह के बेटे फरीद से तय की थी। 14 सितंबर को सगाई हो गई और 6 अक्टूबर का दिन शादी का तय हुआ। ईद के बाद से फरीद कार की मांग करता रहा। पिता ने बाइक का इंतजाम कर लिया। दूल्हे ने कहा- कार नहीं मिलेगी तो बरात लेकर नहीं आऊंगा। रात 11 बजे तक लड़का देवास में ही बरात रोके बैठा रहा। बोलता रहा कि कार दो या चार लाख रुपए, वरना रिश्ता भूल जाओ। गार्डन में मेहमान आ गए, पकवान सज गए, लेकिन मायूसी छाई रही। आखिरकार रात 11.30 बजे हफीस ने खजराना थाने पर फरीद की शिकायत कर दी। 

आधे घंटे में सारी बातें पक्की हो गई

मायूसी के माहौल के बीच हफीज के छोटे भाई हनीफ शाह ने अपने ससुराल पक्ष से रमजान शाह को तैयार किया। इसके बाद रमजान ने अपने बेटे शरीफ से बात की और तमन्ना का निकाह तय हुआ। हाथोंहाथ सारी बातें पक्की हो गईं और आधे घंटे में काजी को बुलाकर निकाह पढ़वा दिया गया। शरीफ ने बताया उनकी तरफ से तमन्ना से रिश्ते की बात पहले हो गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से रिश्ता हो नहीं सका। वे तो पहले से इस रिश्ते के लिए तैयार थे 

कानून ऐसे लालची को सबक सिखाए 

दुल्हन तमन्ना ने कहा- दहेज के ऐसे लालची लोगों को पुलिस सबक सिखाए ताकि फिर किसी बेटी और उसके परिवार को यह जिल्लत न सहना पड़े। निकाह से मैं खुश हूं।

जौनपुर में जमइथा से लेके नदी उसपार धर्मा पुर तक हो रहा पुल का निर्माण.....

जौनपुर के जमइथा नदी से धर्म पुर जो नदी उसपार  है वहा तक पुल का निर्माण करवाया जा रहा है ये पुल पूरा होने में सालों लग जाए गा नदी ये पार होने  में काफी समस्या उतपन्न होता था बरसात में जब गोमती का पानी अपने उफान में होता है तब उसपर जाने में काफी समस्या होती थी पुल बन जाने से लोगो को अपने वहन व उसपर जाने में कोई समस्या नहीं होगी ...मनीष 

जौनपुर के बाबा परमहंस की नाभी से कैसे प्रगट हुई अग्नि ....

मनीष शुक्ल जौनपुर के जमइथा गांव में ये जो समाधि है ये बाबा परम हंस जी का है गांव वालो ने बताया की ये बाबा माँ अखंड माता के परम भक्त थे बाबा बहुत बड़े तपी और सिद्ध पुरुष थे बाबा कहा से आए ये किसी को भी नहीं पता बाबा के बारे में लोग बताते है की वो बड़े ही दिवे पुरुष थे वे माता के दरबार में रह कर उनकी सेवा व पूजन करते थे बाबा बड़े ही दयालु पुरुष थे बाबा एक बार ध्यान में थे तो उनकी नाभि से ब्रह्म अग्नि की उत्पत्ति हुई इससे बाबा का पूरा शरीर जलने लगा जब गांव वालो ने देखा तो उनपर पानी डाल के अग्नि बुझाने लगे तब बाबा ने आकाशवाड़ी की मुझपे पानी मत डालो मेरे शरीर पर ब्रह्म अग्नि का प्रगट हुवा है मुझपे हवन की लकडिया डालो हवन की जो भी सामग्री है वो मेरे उपर डालो और मेरी कृपा इस गांव पर सदा रहे गी बाबा के इतना बोलते ही वो धरती में समा गए बाबा के समाधी पे बहुत बड़ा मेला लगता है यही बाबा के तीन भक्तो का भी समाधी है वो मैं अपने अगले लेख में बताऊ गा ...मनीष 

जौनपुर में अंजुमन हुसैनिया की शब्बेदारी



 जिस घड़ी सुबहे तबस्सुम का उजाला होगा
अंजुमन हुसैनिया की शब्बेदारी में रातभर हुआ नौहा मातम हिंदू नौहेखां विक्रम चंद्र शर्मा व घनश्याम ने पेश किये दर्द भरे कलाम जौनपुर। नगर के बलुआघाट मोहल्ला स्थित मकबूल मंजिल में शनिवार की रात अंजुमन हुसैनिया की ओर से हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक कदीम ऐतिहासिक तरही आल इंडिया शब्बेदारी आयोजित की गई। इसमें बैरुनी अंजुमनों के अलावा शहर की प्रमुख अंजुमनों ने पूरी रात कर्बला के सबसे छोटे शहीद अली असगर की याद में अपने दर्द भरे कलाम पेश कर नजराने अकीदत पेश किया। फैजाबाद से आये नौहे खां विक्रम चंद्र शर्मा व लोरपुर अकबरपुर अम्बेडकरनगर से आये घनश्याम जी ने अपने दर्द भरे नौहे पढ़कर पूरे माहौल को गमगीन कर दिया। अलविदाई मजलिस के बाद गहवारे अली असगर और अलम, ताबूत निकाला गया जिसकी जियारत के लिए हजारों लोग मौजूद रहे। शब्बेदारी का आगाज तिलावते कलाम-ए-पाक से हुआ। कुमैल इलाहाबादी सहित अन्य लोगों ने अपने कलाम पेश किये। सोजख्वानी सैयद मोहम्मद निशात व उनके हमनवां ने किया। मजलिस को खेताब करते हुए नौगावां सादात से आये हुए मौलाना सैयद आबिद हुसैन ने कहा कि इमाम हुसैन के सबसे छोटे बेटे जनाब अली असगर जिनकी उम्र छह माह की थी। यजिदी फौजों ने उस वक्त कर्बला के मैदान में तीर से इमाम के हाथों में शहीद कर दिया। जब वे यजिदी फौजों से इस बच्चे के लिए दो कतरा पानी पिलाने के लिए मांग रहे थे जो तीन रोज का भूखा-प्यासा था। इस दर्दनाक वाकिये को सुनकर लोग दहाड़े मारकर रोने लगे। इसके बाद रायपुर छत्तीसगढ़ से आयी अंजुमन अकबरिया ने अपने नौहे पेश कर पूरा माहौल गमगीन कर दिया। मिसरे तरह, लब जरा और जो खोले तो कयामत आये व जिस घड़ी सुबहे तबस्सुम का उजाला होगा पर पूरी रात अंजुमन मासूमिया फैजाबाद के नौहा ख्वां विक्रम चंद्र शर्मा, सिपाहे हुसैनी मुसाफिर खाना सुल्तानपुर, मासूमिया लोरपुर अकबरपुर के नौहा ख्वां घनश्याम जी, शहीदियां अलीनगर अहले सुन्नत नौहाख्वां मुबीज व शमीम, अजंमुन हैदरी बनारस ने अपने दर्द भरे नौहे पढ़ कर कर्बला के इस कमसिन शहीद को नजराने अकीदत पेश किया। अलविदाई मजलिस पुन: मौलाना आबिद हुसैन ने पढ़ा इसके बाद शबीहे ताबूत अलम, झूला अली असगर निकाला गया। सरफराज हुसैन सरफन मिस्त्री ने सभी नौहे खां को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। शब्बेदारी का संचालन अहमद बिजनौरी व डा. शोहरत जौनपुरी ने किया। जानकारी रहबर अब्बास ने दी


Saturday, November 28, 2015

जौनपुर के इस घाट पे बुरी आत्माओं का वास है..... जानिए कहा है ?


जौनपुर का ये मानमोह लेने वाला ये नजारा दिल को छुलेने वाला है इसकी सुन्दरता का क्या कहना जब मैं इसके घाट के पास गया तो ये घाट मेरे दिल को छु सी गई यहाँ की हरी भरी नजारे दिल को शांति प्रदान करती है जब मैं इसके घाट के पास जा रहा था तब मुझे गांव वालो ने एक आश्चर्य कर देने वाला बात पता चली लोगो ने बताया की यहा भुत-प्रेत का साया है इस पानी के अंदर व उसके आस-पास कई आत्माओं का वास है मुझे तो एसा कहीं कुछ महसूस नहीं हुवा यहा के लोग बताते है की यहाँ जो भी स्नान करने आता है वो इनका सीकर हो जाता है मुझे तो वहन के प्रकृति की सुन्दरता के आगे कुछ महसूस नहीं हुवा ....मनीष 

जौनपुर में खेतों में घूम-घूम कर बाल काटता...ये कौन है और कहाँ का है ?

आज जौनपुर के जमइथा गांव में जब मैं घूम रहा था तब मुझे एक अनोखा दृश्य देखा यहा का एक बाल काटने वाला जिसके पास कोई दुकान नहीं है वो अपना पेट भरने के लिए खेतो में घूम-घूम के सबके बाल को काटता है उसी से वो अपने परिवार का जीवन यापन करता है .....मनीष 

जौनपुर को यमदग्न ऋषि की तपो भूमि कही जाती है उन्ही के पुत्र परशुराम ने क्यू अपनी माँ का सर काटा......?

 ये जौनपुर की अखंड माँ है इनका असली नाम रेडुका माता है ये परशुराम की माँ है और यमदग्न ऋषि की पत्नी है इनकी कहानी बड़ी ही अद्भुत है एक बार जब यमदग्न ऋषि और उनकी पत्नी  रेडुका  जब अपने आश्रम पे थे तभी राजा सहस्त्र बाहू जो यमदग्न ऋषि की पत्नी के बहनोई थे एक बार जब वो युद्ध करके लौट रहा था तो वो आराम करने के लिए यमदग्न ऋषि की आश्रम में रुका रेडुका परेशान हो गई की मैं राजा को इतनी जल्दी कहा से भोजन तैयार करुगी राजा चले गये नहाने तभी रेडुका भाग कर अपने पति यमदग्न ऋषि के पास आई और बोली राजा गए है नहाने उन्हें भूख लगी है इतनी जल्दी कहा से भोजन तैयार करू तब ऋषि ने बोला की एक साफ स्थान पर गोबर लिप डालो और गौ माता को वहा खड़ा करो और उनसे प्रार्थना करो की वो हर प्रकार का भोजन तैयार करे और उनका भोजन तैयार हो गया राजा के आने तक में उनके पास भोजन परोश दिया गया राजा ने कहा की इतनी जल्दी कैसे भोजन तैयार हो गया तब रेडुका ने बताया की ये भोजन कामधेनु ने बनाया है तब राजा ने पूछा की ये कामधेनु कौन है ,उन्होंने बताया की ये गौ माता है उन्होंने ही भोजन तैयार किया है कामधेनु उन्ही का नाम है तब राजा के मन में लालच आई और उसने कहा की ये गाय तो राजमहल में होना चहिये और वो ऋषियों को मार के कामधेनु ले के चले गए जब परशुराम अपने घर आए तो अपने पिता का हाल देख परेशान हो गए और उन्होंने पूछा की आप का ये हाल किसने किया तब उन्होंने बताया की ये हाल तुम्हारी माँ के बहनोई ने किया है यमदग्न ऋषि ने परशुराम जी से बोले की तुमसे एक बचन चाहिए परशुराम को पितृ और माँ के भक्त थे यमदग्न ऋषि ने बोला की तुम अपने माँ का सर काट दो पिता का आदेश पते ही उन्होंने अपने माता का सर काट दिया ,यमदग्न ऋषि ने खुश होकर बोले मांगों पुत्र तुम्हे क्या चहिए तब परशुराम जी ने बोला की आप मेरे माता को पुनह जीवित करे तब यमदग्न ऋषि ने उन्हें पुनह जीवित कर दिया उन्ही का सर जाके जहाँ गिरा वही उनका मन्दिर बना उनको लोग कई नाम से पुकारना शुरू कर दिया कोई माँ रेडुका ,अखंड माता,अख्ड़ो माता ,अम्बे माता के नाम से लोग पूजने लगे ...मनीष

Friday, November 27, 2015

जौनपुर की ये जादू वाली इमिरती .......क्या? कहाँ है ये

जौनपुर की फेमस इमिरती जो की पुरे विश्व में प्रसिद्ध है ये इमिरती बेनिसव की इमरती है बेनिसाव की इमिरती लोग सुदूर रह-रहे आपने रिश्तेदारों को भेजते है इनकी इमिरती की खासियत है है की ये एक दम नर्म होते है इनकी इमिरती देशी घी से बने होते है ये नायब इमिरती इनकी कई पुसते कईवर्षो से अनमोल धरोहर बचाए रखे हुवे है ये इमिरती मानो जैसे कोई इसमे जादू हो ये अपना कोई भी काम करवाना हो तो बस एक डिब्बा इमिरती पैक करवाए और उस अधिकारी के यहाँ भेज दीजिये देखिये चमत्कार आप का काम होना ही होना है इस इमिरती को मुहं में डालते ही घुल सी जाती है वैसे तो जौनपुर की कई जगहों की इमिरती प्रसिद्ध है आगे बताऊ गा किसकी है वो इमिरती खाने के लिए लगी रहती है लाईन......मनीष 

india24*7 का जौनपुर में प्रचार करते हुवे दिल्ली से आई वेन.....जानिए कहा हो रहा प्रचार

 जौनपुर में इंडिया 24*7का एड दिल्ली से आई एक वेन में इस्क्रिन लगा के और सेटटॉप बॉक्स लगा के अपने चैनल का एड रोड पे खड़े कर दिखाते अपने चैनल को लोगो को उसके बारे में बताते हुवे जौनपुर के जेसीज चौराहे पे खड़ी थी वेन से प्रचार करते हुवे ....मनीष

जौनपुर की किले में फिल्म होगी प्यार की जीत का ये दूसरे दिन शूटिंग के दौरान चोरी हुई ...... जानिए क्या हुवा

जौनपुर की किले में फिल्म होगी प्यार की जीत का ये दूसरे दिन की शूटिंग आज 27 की किला में हुई गाने की शूट फिल्म के प्रोडूसर राहुल कपूर ,डायरेक्टर-इस्तियाक शेख 'बंटी',म्यूजिक-अवनीश झा, स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले -असलम शेख ,हीरो - खेसारी लाल यादव व् हिरोइन -स्वीटी आदि ये 2016 तक पूरा होगा ....रहबर अब्बास ने बताया  की शूटिंग के वक्त एक लडके ने लाइट के नट बोल्ट चोरी करते पकड़ा गया उसे फिल्म मेकर ने रस्सी से बांधा बाद में उसके परिवार के लोगो के आने के बाद उसे छोड़ दिया गया फिल्म मेक्रो ने व् वहां के लोगो ने उसकी अच्छी तरह से पिटाई की बाद में छोड़ दिया ....मनीष 

Thursday, November 26, 2015

जौनपुर के नगरपालिका की बिल्डिंग की कुछ अधूरी कहानी का भाग ....1

जौनपुर की ये बिल्डिंग भी एक अनोखी इतिहास कहती है ये कई वर्षों पुरानी बिल्डिंग है ये बिल्डिंग में कभी अंग्रेजो का राज हुवा करता था  ये बिल्डिंग बड़ी ही अनोखी कहानी कहती है आप जब जौनपुर में घुमने निकले गे तो आप को महसूस देगा की वाकही जौनपुर इक एतिहासिक जगह है आप को किला,शाही पुल .पत्थर की मस्जिद ,अटालामस्जिद जैसे बेस कीमती इतिहास देखने को मिले गा ,यहाँ धार्मिक स्थल भी बहुत सारे देखने को मिलेगा नगरपालिका की बिल्डिंग की सुन्दरता का क्या कहना इसके न्क्कासे व इसकी इमारतें दिखने में इतनी सुंदर है की इसकी कुछ अनदेखी पहलू मै आपने अगले लेख में बताऊ  गा इसके आगे की कहानी  ....मनीष 

जौनपुर के शाही पुल की दिवार पर एक अनोखी जीव दिखी....क्या है

जौनपुर की एक खास बात ये जौनपुर की शाही पुल है कल जब मैं घाट पे था तब मुझे एक पुल की दिवार पे एक बड़ी ही अनोखी जीव दिखी जो की बड़ा ही सुंदर व अनोखी थी उसकी नक्कासी बड़ी ही अनोखी व अद्भुत थी जब वो मेरी नजर आया तब मैंने उसपे गौर किया और एक नवका के सहारे जब उसके करीब गया तब मैं आश्चर्य चकित रह गया क्या नक्कासी थी क्या उसकी वर्डन करू जब मैंने इसके बारे में जानकारी ली तो वहा के माशुम जी ने बताया की ये मछली की जो नक्कासी बनी है ये कुछ संदेश देती है उन्हों ने बताया की ये मछली उस समय में ये इशारा करती थी की इसके निचे से सिर्फ वहा के राजा ही जाए गे और कोई नहीं बाकि उनकी सेना पुल पे बने अगले गेट से जाए गे ये मछली सिर्फ राजा रानी को आने जाने के लिया  बना था इसके निचे से कोई दुसर नहीं जाए गा..--कुछ और रोचक जानकारी अपने अगले लेख में ----मनीष 

जौनपुर में सर्व धर्म के प्रेसिडेंट कोलकता के इमामे जुमा सय्यद अतहरअब्बास जी ......जानिए इनके बारे में

जौनपुर के मुफ़्ती हाउस में कोलकता के इमामे अतहर अब्बास जी से एक मुलाकात हुई ,उनसे काफी अच्छी जानकारियां प्राप्त हुई उन्हों ने बताया की हजरत अली के पुत्र है मोहम्द साहब के नाती है सन 60हिजरी में हुसैन का जन्म हुवा Iयज़ीद  मोवाबिया का पुत्र था वो बड़ा ही जल्लाद व क्रूरता  का व्यवहार करता था वो आपने को सत्ता में रखने के लिए सबसे अपना समर्थन लेने लगा वहां के गवर्नर को उसने बुलाया और उससे बोला की तुम मेरा पैगाम लेकर हुसैन के पास जाओ और उससे बोलो की वो हमे समर्थन करे यदि वो न करे तो उसका सर कलम कर मेरे पास लाना इमाम हुसैन एक सच्चे और नेक बंदे थे वो एसे सैतान के आगे सर झुकाने से बढियां अपना सर कटवाना पसंद करे गे ,इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ
कर्बला में थे  इंकार करने पर यजीद ने उनके 72 साथियों को चारो तरफ से घेर लिया और भूखे प्यासे रखा सन 16हिजरी में दो मोहर्रम को कर्बला पहुंचे 10 मोहर्रम को युद्ध शुरू हुवा और वो बहादुरी के साथ लड़ना शुरू किया हुसैन ने कहा की जिल्लत की जिन्दगी से ज्यादा बेहतर है की लड़ते-लड़ते अपनी जान देदें Iइमाम हुसैन की इस क़ुरबानी से पुरे दुनिया में उनका नाम अम्र हो गया .....आगे की कहानी अगले ब्लॉग में --मनीष

काशी की देव दीपावली देखने अपने देव स्थानों को छोड़ के सभी देवी देवता काशी में ही उपस्थित रहते है ....जानिए कैसे

 वाराणसी का देव दीपावली की बात निराली  ही है इसकी देव दीपावली पुरे विश्व में प्रसिद्ध है तभी तो दूर-दूर के शैलानी यहाँ देव दीपावली को देखने आते है यहाँ विदेशी शैलानी कई दिनों पहले से ही यहाँ आ के रहते है दशाश्वमेघ घाट की देव दीपावली की तो बात ही निराली है मानो इस दिन स्वर्ग से सभी देवी देवता अपने स्थानों को छोड़ के मानो काशी में ही बस गए हो कई लाखों दिये से पुरे घाटों की सजावट की जाती है गंगा आरती पुरे विश्व में फेमस है इस मनोरम दृश्य को अपने कैमरे में कैद करने के लिए लोग पहले से ही जगह ले के खड़े हो जाते है इस मनोरम दृश्य को देखते ही मानो मन में ये एहसास होता है की इस स्थान को कभी भी छोड़ कर न जाऊ वाकही सही है की ये देव भूमि है तभी तो यहा कई देवी देवता का साक्षात प्रगट हुवे है तभी तो उनकी पूरी शक्ति देव भूमि काशी में देखने को मिलता है आप कही जाए चाहे न जाए पर एक बार काशी की देव दीपावली जरुर देखने जाएँ .......मनीष

जौनपुर ...मुगल बादशाह अकबर ने पत्थर वाली मस्जिद का निर्माण करवाया...जानिए कहा है

 जौनपुर ...मुगल बादशाह अकबर ने पत्थर वाली मस्जिद का निर्माण करवाया था इसकी नक्कासी कई सौ साल पुरानी है इसके दीवारों पर फ़ारसी भाषा में अकबर ने जगह-जगह लिखवा रखी है ये जौनपुर के मोहल्ला अजमेरी में स्थापित है चन्दन ने बताया की उस समय के मौलाना इसके छत के उपर खड़े होकर नमाज पढ़ते थे जिससे दूर-दूर तक इसकी आवाज जाती थी ये काफी ऊँची मस्जिद है इसपे कटे न्क्कासे देखते ही बनती है


जौनपुर के रोडवेज का पुनः नए सिरे से हो रहा निर्माण.......

 जौनपुर की रोडवेज पुरानी हो चुकी बिल्डिंग को तोड़ कर उसका नए सिरे से निर्माण कराया जाए गा उसकी पुरानी वाली बिल्डिंग एक दम जर्जर हाल में हो चुकी थी उसकी दीवारे व उसकी छत पूरी तरह से खराब हो चुके थे वहां के लोगो का कहना था की वो कभी भी नुकशान पहुचा सकता था इसके मद्दे नजर परिवहन विभाग ने किसी प्रकार की अनहोनी न हो उसके मद्दे नजर बिल्डिंग को गिराकर उसकी नए सिरे से पुनह निर्माण किया जा रहा है  परिवहन विभाग ने बताया की इसे अत्याधुनिक तरीके से बनाया जाए गा यात्रियों की शुभिदा को ध्यान में रखते हुवे जगह-जगह यात्रियों के बैठने व ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जा रही है जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो जिससे बसों को पकड़ने में और उसका समय जानने में और बुकिंग करने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो ......मनीष

Wednesday, November 25, 2015

जौनपुर के दैत्य केरार बीर व उनकी बहन किला मरीन का होता है महा यज्ञ

 गुरुनानक जयंती के एक दिन बाद दो दिन  दैत्य  केरार बीर व किला मरीन जो करार बीर दैत्य की बहन है दोनों लोगो का पूजन व यज्ञ बहुत भव्य होता है लोग दूर-दूर से अपना मनोकामना पूर्ण कर उनका दर्शन व उन्हें हलुवा पुड़ी चढाते है जैसे जिसने माना हो वो उस प्रकार से चढावा चढ़ता है इनको ज्यादा मुर्गा ,खसी व दारू दोनों लोगो को चढ़ता है यही उनको पसंद है इनके यहा जो सच्चे दिल से मांगता है उनकी मुराद अवस्य पूर्ण होता है क्यू की इनपे प्रभु श्री राम की कृपा है जा प्रभु ने दैत्य केरार बीर का वध किया तो उन्हों ने आसिर वाद दिया की तुम्हे मेरे नाम से नहीं बल्कि लोग तुम्हे तुम्हारे नाम से ही पूजें गे इस लिए इस मन्दिर का नाम केरार बीर पड़ा......मनीष


जौनपुर सिटी स्टेशन का खुलती पोल...

























जौनपुर में रेलवे की खुलती पोल जौनपुर में उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक 28 को आते देख ठीके दारो द्वारा  प्लेटफार्म की गंगा बालू मिलाकर उसकी मरम्मत की जा रही है बस उपरी सुन्दरता दिखा कर उनको खुस किया जा रहा है वाह रे रेलवे अपने अधिकारी की आँखों में धुल झोकने से भी बज नहीं आते जहाँ अधिकारी निरिक्षण कर गए वही तुरंत उसे उजाड़ दिया जाए गा कुछ तो शर्म खाओ रेलवे वालो यात्रियों का पैसा रेलवे को सुधारने में नही बल्कि अधिकारीयों को खुश करने में किया जाता है जितनी भी मरम्मत हुई है वो सिर्फ अधिकारी को खुस करना तथा दोकोड़ी का मरम्त क्या अधिकारीयों को नहीं पता इसके बारे में आए देखे और चले गए अब तो सुधर जाओ अब जनता जाग चुकी है ......मनीष



जौनपुर में देव दीपावली के दिन घाटों पे मानो देवताओं का आगमन हुवा हो ....

जौनपुर में देव दीपावली की सुन्दरता देखते ही बन रहा था जौनपुर की घाटों को मानो जैसे दुल्हन की तरह सजा दिया गया हो आज तो जौनपुर की सुन्दरता को मनो जैसे चार-चाँद लग गया हो नक्खास की नवशिव दुर्गा मन्दिर ,अंचल घाट की घाट ,बड़े हनुमान जी घाट व चौकिय मन्दिर की सजावट मनमोह लेने वाली थी मानो जैसे सारे देवी देवता एक साथ धरती पे उतर गए हो आज की घटो पे रंगोली प्रतियोगिता भी थी जिसकी सुंदर रंगोली थी उसे संस्था जन द्वारा सम्मानित किया गया साथ ही रंगा-रंग कार्यक्रम कई घाटों पे आयोजित थे.....मनीष


असहिष्णुता

 आज हिंदुस्तान को आजाद हुए ६८ वर्ष हो गए फिर भी हमारी सोच कुछ लोगो के सोच के इर्द गिर्द क्यों घूम रहा! असहिष्णुता आज ये  शब्द हिंदुस्तान जैसे लोकतान्त्रिक देश में अराजकता और भय का माहौल
बना रहा है!अगर हम इस मुद्दे पर गहन चिंतन करे तो हमे एहसास होगा की जिन्हें हम अपना आदर्श मानते हैं चाहे वो पॉलिटिशियन, फिल्म एक्टर,क्रिकेटर या कोई बड़ी हस्ती हो उनकी बातों को हम बहुत गंभीरता से लेते हैं! हमें खुद सोचना चाहिए की इनके द्वारा कही गयी बात से समाज में अस्थिरता का माहौल तो नहीं बन रहा! आज जग जाहिर है की सत्ता की लालच में सभी पार्टी एक दुसरे पर साम्प्रदायिकता का आरोप लगाती रही है और अपने आप को धर्मनिरपेक्ष बताती रही है! भाइयों आज देश में हिन्दू और मुस्लिम भाइयों के बीच जो दुरी बढ़ रही है उसका मुख्य कारण ये पॉलिटिशियन हैं! ये भली भांति जानते हैं की अगर सत्ता में बने रहना है तो इनको कभी एक न होने दो! आए दिन हमारे देश में दंगे होते रहते हैं, माहौल को शांत  करने के बजाये ये नेता दंगा को और भड़काते हैं! अब समय आ गया है की हम खुद सही और गलत का फैसला करें, क्या समाज के हित में है और क्या अहित में है! मैं उन बुद्धजीवी लोगों से आग्रह करता हूँ की समाज में अस्थिरता का माहौल न बनाए! आज के युवा आपको अपना आदर्ष मानते हैं इसलिए उनके विश्वास के साथ आप न खेलिए!  अमित शुक्ल 

जौनपुर के किले में हो रही भोजपुरी फिल्म की शूटिंग...

 जौनपुर के किले में हो रही भोजपुरी फिल्म की शूटिंग ,फिल्म का नाम( होगी प्यार की जित ) जिसके मुख्य कलाकार खेसारी लाल यादव व हिरोइन स्वीटी है 27 को फिर किला में होनी है शूटिंग जिसकी जानकारी फिल्म मेकर बंटी जी ने दी फिल्म की आगे की जानकारी 27 को मिले गी ......सुचना -रहबर अब्बास ने दी ....मनीष

Tuesday, November 24, 2015

जौनपुर में इस हरियाली को जरुर देखने जाए .....जानिए कहाँ है

 जौनपुर का हरियाली देखना हो तो जौनपुर के सबसे सुंदर स्थान कई जगह है उनमे से सबसे सुंदर टी डी कालेज के दक्षिणी गेट के सामने से शिवापार रोड पर ये सुंदर नजारा आप को देखने को मिल जाए गा ये स्थान जौनपुर के वन विभाग में देखने को मिलेगा ये स्थान वन बिहार के नाम से भी जाना जाता है इस जगह को देखने के बाद मानो जैसे धरती का स्वर्ग हो इसकी हरियाली जरुर देखने जाए इसकी सुन्दरता आप के मन को मोह लेगी यहाँ लोग अपने परिवार के साथ लोग फुर्सत के पल बिताने आते है स्कूली लडके लडकियां यहाँ अपना ध्यन केन्द्रित कर पढाई करते है .एक बार इस हरियाली को जरुर देखने जाए और इस स्थान पर अपने परिवार के साथ पिकनिक जरुर मनाए ......मनीष

शर्म करो जौनपुर के जलकर विभाग ......जानिए क्यू ?

जौनपुर  के जलकर विभाग के पास इतनी पानी हो गई है की क्या बताएं कल जब मैं पहली बलुवा घाट पे था तो जौनपुर के जलकर विभाग की लापरवाही देखने को मिली ,कहीं गरीबो को पिने के लिए एक बूंद पानी नहीं मिलता वहीं हमारे जलकर के पास इतनी पानी है की वो पानी की बर्बादी कर रही है कही किसान बिना पानी के खेती नहीं कर पा रही है उन्हें पानी की वजह से आत्महत्या करनी पड़ रही है वही हमारे जलकर के लोग पानी की बर्बादी कर रही है कुछ तो शर्म खाओ जलकर वालो पानी की बर्बादी कर रहे है कही जौनपुर में पानी की सप्लाई नहीं है लेकिन पानी का कर लेने के लिए पहुच जाते है ......शर्म करो ....मनीष  

जौनपुर में ये दो शिवलिंग एक साथ दिखा ........

 जौनपुर में ये दो शिवलिंग एक साथ दिखा  ये शिवलिंग अपने आप में बड़ा ही अद्भुत है इसकी स्थापना रासमंडल के पहले बलुवा घाट में दिखा ये मन्दिर वहां के लोग बताते है की ये मन्दिर बड़ी ही अनिखी है आज तक किसी भी शिवालय में एक साथ दो शिवलिंग नहीं देखने को मिलता है इसके अंदर छोटी -छोटी तीन ,चार प्रतिमाएं भी है जो दीवाल से सटी हुई है एसा शिवलिंग बहुत कम देखने को मिलता है प्रेम से बोलो हर-हर महादेव .....मनीष


ये है जौनपुर के सबसे बड़े हनुमान जी जानिए इनके बारे में ......


इस विशाल प्रतिमा को जौनपुर के बावन बीर हनुमान जी के नाम से जाने जाते है  ये जौनपुर के सबसे विशाल हनुमान जी है इनको यहा के यादवो ने शपथ ले के बनाया है   इस मन्दिर के अध्यक्ष अवनेंद्र तिवारी ने बतया की  यहाँ हर साल इग्यारह फरवरी को बड़ा ही वो22फिट बावन जव की प्रतिमा है

दो दिवसीय सृंगार महोत्सव होता है 

11 फरवरी को भजन संध्या  
12 को विशालकाय भंडारा का आयोजन होता 
है अंतरास्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकारों को भजन सन्ध्या में बुलाया जाता है सुंदर पूजन व जागरण का आयोजन होता है इस विसाल काय प्रतिमा को लोग भरी मात्र में देखने आते है इनके यहा जो भी मुराद मागी जाती है वो निश्चित ही पूरी होती है मन्दिर के संस्थापक नरायनदास (बुलबुल )


महन्त -बाबा बजरंगदास
अध्यक्ष -अवनीन्द्र तिवारी 
महामन्त्री-फेरु यादव  
कोषाध्यक्ष -अमित त्रिपाठी, सर्वेश मौर्या अज्जू नियंत्रण प्रभारी अमित यादव

.....मनीष 



अस्तित्व विहीन होता जौनपुर के राजा साहब का फाटक और महल ....




आज हमे जौनपुर के राजा साहब के फाटक व महल देखने को मिला इतनी सुंदर कलाकृति देखने को मिला उसपे बने न्क्कासे अद्भुत है जब मैं उनके फाटक पर खड़ा हुवा तो क्या कहने उसे देखते ही मेरे दिल से एक आवाज सी आने लगी अपनी इतिहास को विलुप्त होता देख दिल में बड़ा दर्द सा होता है इतिहास में लिखी जाने वाली ये महल अब खंडहर में तब्दील होता जा रहा है इस महल की कोई मरमत नहीं हो रही है इस अनमोल धरोहर को अब स्माल्हने की जरूरत है यदि इस अनमोल महल को बचाया जाए तो ये एक बड़ी ही अच्छी पर्यटक अस्थल बन सकता है I महल की न कोई मरम्त न कोई देख रेख हो रही है यदि इसका ध्यान नहीं रखा गया तो ये इतिहास के पन्नो से हट जाए गा जौनपुर में इसका कोई निशान नहीं मिले गा इसे जिन्दा रखने के लिए इसका मरोम्म्त होना अति आवश्यक है यहाँ के लोगो को जाके महल देखना चाहिए तथा राजा साहब से बात करके इसकी मरम्त करवानी चाहिए जिससे इसे बचाया जा सके जिससे पर्यटक जौनपुर में आए और इस नायब जगह को अपने कैमरे में कैद कर सके इसे बचाने की एक पहल करें ........मनीष