Friday, September 30, 2016

जौनपुर में नवरात्र के पहले दिन माँ की दर्शन के लिए चौकिया धाम में भक्तों की भारी भीड़ .....

जौनपुर में नवरात्र के पहले दिन माँ शीतला चौकिया धाम में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली ,जहाँ भक्त माँ की दर्शन पाने के लिए कतार में खड़े थे ,नवरात्र आते ही भक्तों के मन में माँ के प्रति एक श्रद्धा का भाव जाग उठता है ,जहाँ भक्त रात में ही आके माँ की एक झलक पाने के लिए जगह -जगह अपना ठिकाना बनाके इंतज़ार कर रहे थे ,आज पहले दिन ही मानो चौकिया धाम में ही माँ का प्रागट्य हो गया हो ,पूरा चौकिय धाम मानो आज नवरात्र के पहले दिन ही इतना खूब शुरत हो गया है की इस नजारे का क्या कहना लोग अपने सर पे माँ के नाम की चुनरी बांधे साथ ही जोरदार जय माता दी के नारे के साथ पूरा चौकिय धाम तिन बजे सुबह से ही गूंज पड़ा,भक्त माँ की दर्शन के लिए देर रात से ही खड़े होक इन्तजार कर रहे थे जब भोर में माँ का पट खुला तो पूरा चौकियाधाम माँ की जयकारे के साथ गूंज उठा तथा सभी श्रद्धालु क्रम वध माँ का दर्शन कर रहे थे ,और साथ ही प्रशासन की भी चुस्त व्यवस्था की गई थी
......मनीष कुमार 

जौनपुर में मुस्लिम भाइयों ने तिरंगा फहराते हुवे भारत द्वारा पाकिस्तान में किये गये सर्जिकल ओपरेशन की ख़ुशी जताई........

जौनपुर के मुस्लिम भाईयों ने पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया ,जौनपुर के अटाला मस्जिद पर जौनपुर के मुस्लिम भाईयों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उरी पर हुवे आतंकी हमले का पुरजोर विरोध किया साथ ही इस बात की खुशी जताई की हमारे हिन्दुस्तान के फौजी पाकिस्तान में घुस कर जिस तरह से पाकिस्तानी आतंकियों को उसी के मुल्क में जो सबक सिखाया है उससे ये आतंकी पाकिस्तान भारत द्वारा दिए गये मुहं तोड़ जवाब से कभी  उभर नही पाए गा ,
जौनपुर वासियों ने पाकिस्तान में किये गये सर्जिकल आपरेशन में मारे गये आतंकियों का सारा श्रेय भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी को दिया ,उन्हें ने प्रधानमन्त्री जी के इस सराहनीय कार्य की तारीफ़ करते हुवे उनको धन्यवाद दिया ,जौनपुर के मुस्लिम कौम ने कहा की यदि पाकिस्तान दुबारा भारत की तरफ आँख उठा के देखा तो उनको इससे भी बुरा जवाब भारत की तरफ से दी जाए गी ,सभी भाइयों ने एक स्वर में हिन्दुस्तान ज़िंदा बाद के नारे के साथ कहा की हिन्दुस्तान के शहीद हुवे जवानो को ये भारत की तरफ से जवाबी कार्य वाई कर उके 37 आतंकी को ढेर कर सच्ची श्रधान्जली दी गयी.... .........मनीष कुमार

Thursday, September 29, 2016

जौनपुर व्यापार मण्डल ने उपाध्यक्ष सद्दाम हुसैन को दिया एक अजीब तौफा .....सद्दाम क्यू देख हुवे हैरान ?

जौनपुर के सद्दाम हुसैन का कल जन्म दिन था ,जो जौनपुर के व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष है ,कल व्यापार मंडल द्वार होटल रघुवंसी में गुप्त मिटिंग कर सद्दाम के जन्म दिन कि की पार्टी की जोरदार तैयारी ,जब सद्दाम हुसैन को व्यापार मंडल द्वारा फोन कर होटल रघुवंसी में बुलाया गया तब सद्दाम को एक अँधेरे कमरे में ले जाया गया और व्यापार मण्डल द्वार रोशनी की जाने पर उनके सरप्राइज पार्टी को देख सद्दाम भाउक हो उठे व अपने व्यापार मंडल के अध्यक्ष व पदाधिकारियों का तहे दिल से शुक्रिया अदा की ,और साथ ही केक काट कर अपना जन्मदिन मनाया ,सद्दाम के जन्म दिन के अवसर पर व्यापार मंडल ने सपथ लिया की हम पुरे गाँव का दौरा कर फ़ैल रहे डेंगू व चिकनगुनिया के रोक थाम के लिए जन जागरूक अभियान चलाए गे व पदा अधिकारी चुने व दवा का छिडकाव भी करवाए गी सभी ने एक साथ शपथ लिया की हम सभी व्यापार मंडल के लोग आज सद्दाम के शुभ जन्म दिन के अवसर पर फैल रहे इस बिमारी के खिलाफ डी एम को एक ज्ञापन देंगे साथ ही पुरे जोर सोर फैल रहे इस बिमारी का प्रचार प्रसार भी नगरों व गावों में करेंगें ,सद्दाम के जन्मदिन के अवसर पर उनके घर व शॉप पे बधाई देने वाले आते रहे .....सद्दाम हुसैन जी के जन्म दिन की ढेरो शुभ कामनाएं ....मनीष कुमार  

Wednesday, September 28, 2016

जौनपुर के कुछ क्षेत्रों के विधायक व होने वाले प्रत्याशी की कहानी....उनके क्षेत्र वासियों की जुबानी ?

जौनपुर .... जैसा की आप सभी जानते हैं कि जौनपुर एक बड़ा विधान सभा क्षेत्र है जिसके अंदर कुल 9 विधान सभा है , 9 विधान सभा में 2017 के मद्दे नजर कुछ घोषित व कुछ अघोषित पत्याशी अपने अपने प्रचार में जोरो सोरो से जुट गये है ,जब हमने कुछ गांवो का दौरा किया तो  वहां के लोगों ने बतया की .....जो बिधायक है वो तो आज तक हम लोगों की कोई सुध नही लेते थे मगर भइया जैसे ही चुनाव आया ये विधायक जी सभी गाँव वासियों का सुध लेना शुरू कर दिये ,यहाँ तक की भइया कोई सुख दुःख पड़ जाता  था  तो  विधयाक जी का कोई पता नही चलता था लेकीन अब तो विधायक जी कुछ सुनते है तुरंत भागे चले  आते  है ,मगर हाँ भइया मजे की बात इ हव की जवन गाँव में कहियो न लउकत रहन उहो पता नही कहाँ से प्रगट हो गई न ,उ ऐसे अहियें भइया की माना पुराना परचित हो खैयें , अब त विधायक जी के पास जा त ऐसे मिलिहें की पूछा ही मत ,मगर एक बात अउर भइया जेई से भइया बरस्त्वा में मेघवा बाहर निकल आवेलं बारिश पई ते वई से इ चुनउवा आयते माना इ लोगन कौने बिली में लुक्ल रहन और बिधायक जी त विधायक जी जवन होवे वाला प्रत्याशी लोग मेघवन मतीन चुनउवा के समिया बहरिया जा न......


ये है गाँव वालों की जुबानी उनके विधायक या होने वाले प्रत्याशी की कारस्तानी ,जब मैं कई गांव घुमने के बाद बस से लौट रहा था तभी हमारे सिट के बगल में बैठे महासय मानो अपने विधायक जी से इतने नाराज हों की पूछिए मत ,मेरे बगल में बैठे बन्धु ने बताया की..... मै उस गांव व विधायक का नाम नही बता सकता मगर उस व्यक्ति की बात जरुर बता सकता हूँ ,उस ने बताया की भाई जब हम अपने विधायक जी के पास जाता हूँ तो वो हर काम के लिए साफ़ साफ़ इनकार कर देते हैं यहाँ तक की कोई गाँव वासी यदि एक नलका के लिए जाए तो कहते है की मैंने वोट खरीदा है किसी ने नही दिया है एसी है ये विडम्बना ....क्या होगा इस देश का जिस देश में एसे विधायक ,मंत्री व सांसद हों ......मनीष कुमार  

Monday, September 26, 2016

यूनाइटेड नेशन से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी द्वारा पकिस्तान के विरुद्ध जोरदार बयान.......

भाजपा की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा यूनाइटेड नेशन से पाकिस्तान के खिलाफ जोर दार बयान आया ,उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ जो बयान दिया उससे पाकिस्तान तिलमिला गया ,विदेश मंत्री सुषमा जी ने कहा की जिसका घर शीशे का होता है  वो दूसरों के घर पर पत्थर नही फेकते ,उन्होंने कहां की वो पहले अपना घर सम्भाले ,तब  किसी की तरफ आँख उठा के देखे ,जब उसका कौम खुद उसके बिरोध में खड़ा है ,बलूचिस्तान व बांग्लादेश ,गिरगिट जैसे पकिस्तान से सटे उसका कौम खुद पकिस्तान के दरिंदगी को बयाँ कर रहा है ,पहले वो अपना घर सम्हाल नही पा रहा चला है  भारत की तरफ आँख उठा के देखने ,उन्होंने अपने बयान में कहा की कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है यदि वो इसकी तरफ आँख उठाया तो भारत उस आतंकी देश की आँखों को उठने नही देगी ,कश्मीर भारत का स्वर्ग कहा जाता है ,पाकिस्तानी आतंकी यदि अपने इस गंदे हरकत से बाज नही आया तो भारत को इसका करार जवाब देने में तनिक भी देरी नही करे गी ,उन्होंने कहा की यदि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ जी यदि पाकिस्तान में पल रहे आतंकियों पर ठोस कार्यवाही नही किये तो हमे मजबूरन इसके खिलाफ शक्त कार्यवाही करनी पड़ेगी ,सिधुं जल समझौते पर भारत को कहीं शक्त कार्यवाही न करनी पड़ जाय ,जिसका दुश परिणाम कहीं नवाज शरीफ सरकार को भुगतना न पड़ जाए ,भारत की विदेश मंत्री ने कहा की हमारे पास पकिस्तान को बेनकाब करने के की ज़िंदा सबूत भारत के पास है उनके पकड़े गए आतंकी जैसे कई ज़िंदा व ठोस सबूत है ,यदि पकिस्तान अपने इस हरकत से बाज नही आया तो मजबूरन भारत को पाकिस्तान के खिलाफ शक्त कदम उठाना पड़ सकता है ...........मनीष कुमार 

The United Nations strongly against Pakistan statement by Sushma Swaraj ji

External Affairs Minister Sushma Swaraj of the BJP's Sushma Swaraj ji United Nations emphasis Dar remarks came against Pakistan, Pakistan made statements against him, which were stirred in Pakistan, External Affairs Minister Sushma ji said that the house is glass others Fekte not stones, they keep the house where he first, then picking up a visit to the eye, as opposed to its standing in the community itself, Balochistan, Bangladesh, Pakistan, adjacent to the nation as a chameleon of Pakistan Drindgi is captured, she is not able to sustain his home run to lift India's eye view, he is an integral part of India's Kashmir statement on the eye if he raised the terror of the country, India eyes will not get up, k is called paradise of India, Pak terror if not refrain from this dirty act came to India to the agreement shall not delay in responding at all, he said, if the Prime Minister of Pakistan Nawaz Sharif concrete action on militants in Pakistan are living the moment we have not been forced to take action against it would be handicapped, Sidhun water should have to deal not proceeding to India, somewhere with disabilities, whose Dus results even if the Nawaz Sharif government may not suffer, India Pakistan's foreign minister said we have to expose the terrorist caught alive their evidence India has many alive and convincing evidence, if Pakistan did not desist from this action then forced to move to India against Pakistan with disabilities  could sustain ...........manish kumar 

Saturday, September 24, 2016

जौनपुर में देवी देवताओं की मूर्तियों के साथ हो रहा गंदा खेल....आखिर कब तक होगा ये गंदा खेल ?

जौनपुर में आस्था के साथ हो रहा है गंदा खिलवाड़ ,प्रसाशन ने मूर्तियों के विसर्जन के  लिए गंदे नाले के पास गड्ढा खन के उसमे मूर्ति को विसर्जित किया जा रहा है ,जहाँ मूर्ति को विसर्जित किया जा रहा है वहां लोग सुबह-शाम शौच कर विसर्जन के लिए जो गंदे नाले में कुण्ड बनाया गया है उसमे अपना शौच साफ़ करते है ,जौनपुर में हिन्दू धर्म के साथ बड़ा ही घिनौना खेल खेला जा रहा है ,गणेश विसर्जन के बाद अब माँ की मूर्ति के साथ ये गंदा खेल दोहराया जाए गा ,आखिर कब तक एसा गंदा खेल हिन्दू आस्था के साथ खेला जाये गा ,प्रसाशन द्वारा जो कुंड बनाया गया है वो कुंड गौमती नदी के पास बह रहे गंदे नाले में गड्ढा कर मूर्ति विसर्जन कुंड बनाया गया है ,कब बंद होगा ये गंदा खेल यदि लोग इस बार अपने मूर्तियों को इस गंदे नाले में विसर्जित करने से रोक दे तो साशन व प्रसाशन दुरुस्त हो जाएँ गे ,
लेकिन आप को भी एक शपथ लेना होगा कि इस बार जो मूर्ति बैठाये छोटा ही बैठाए व इको फ्रेंडली मूर्ति ही बैठाए जिससे माँ आदि गंगा गोमती को गंदा होने से बचा सके और प्रशासन से अपनी मूर्ति विसर्जन को लेके शान से बात कर सके ,जिससे हिंदुवो की आस्था के साथ खिलवाड़ न हो सके ,इसका ध्यान हम सभी को भी रखना चाहिए,प्रशासन द्वारा जो गढ्ढा बनाया गया है वो भी कम गहरा व छोटा जिससे मूर्तियाँ पुरे सही तरीके से नही डूब पा रही है ......इस बार जो मूर्ति बैठाएं छोटी ही बैठाएं मगर इको फ्रेंडली ही बैठाए ........मनीष कुमार 

जौनपुर के खुशबु म्यूजिक के तुषार शुक्ल ने एक साक्षात्कार में इण्डस्ट्री को सक्सेज होने का श्रेय......जानिए किन्हें दिया ?

जौनपुर में एक एसा म्यूजिक स्टूडियो जहाँ से बहुत से गायक आज ऊँचाइयों को छु रहे है ,कई सुपरहिट  एल्बम जो इस स्टूडियो के माध्यम से रिलीज हुवा है ,खुशबु म्यूजिक जो आज पुरे भोजपुरी जगत में ही नही ,हिंदी गानों के एल्बम में भी अपना जादू चला रहा है ,जब मैंने खुशबु म्यूजिक के मालिक तुषार शुक्ला से उनके ढेर सारे म्यूजिक एल्बम के बारे में चर्चा की तो उन्हों ने अपने इन सक्सेज एल्बम का सारा श्रेय अपने सुरीले गायकों को दिया ,उन्होंने कहा की में तो सिर्फ उन्हें अपने कैमरों व स्टूडियो के माध्यम से उन्हें थोड़ा सा निखार देता हूँ ,उनके खुशबु म्यूजिक से गाये हुए गायक आज कई फिल्मों में अपने आवाज के जादू को बिखेर रहें है ,तुषार ने जौनपुर के कुछ फेमस गायकों का नाम बताया जिन्होंने खुशबु म्यूजिक में अपना आवाज दिया ,वो गायक है -जितेन्द्र झा ,कृष्णा झा ,संगीता यादव ,राजेश तिवारी रत्न,रोहित रूद्र जैसे कई गायक कलाकारों ने इस खुशबु म्यूजिक इण्डस्ट्री से अपना कैसेट निकाल कर अपने आवाज की जादू पुरे भारत में फैला रहे है ,खुशबु इण्डस्ट्री ने कई फिल्मो को भी शूट किया तुषार शुक्ला जी के डायरेक्शन में
,उन्हों ने अपने गायकों ,कलाकारों ,कैमरा मैंन,लाइट मैन को भी ,स्टूडियो में सहयोग करने वाले अपने साथियों को इस खुशबु म्यूजिक को आगे बढाने का श्रेय दिया साथ ही अपने बड़े भाई का भी आभार व्यक्त किया जो तुषार शुक्ला जी का हर पल सहयोग करते हैं........मनीष कुमार  

Friday, September 23, 2016

इस वीडियो के माध्यम से आप अपने ब्लॉग पर अपना लोगो लगा सकते है .....देखिये कैसे ?

आप इस विडियो के माध्यम से आप अपने ब्लॉग की लोगो की जगह पे अपना लोगो लगा सकते है, एवं इसमें   लोगो लगाने की विधि बताई गई है ,जिसे आप हिंदी भाषा में सुन व देख सकते है.......मनीष कुमार 

Tuesday, September 20, 2016

शहीद जवानो को याद कर आज आसमान भी रो पड़ा.....एक जवान से हुवा साक्षात्कार ?


 शहीद जवानो की शहादत पर आज पूरा देश रो रहा है ,जहां पूरा देश रो रहा था वहीं आज आसमान भी रोने लगा ,हमारे जवान शरहद पर अपना सीना चौड़ा किये देश की रक्षा कर रहें है , वही आतंकी घुष पैठिये सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश कर आतंकी घटना को अंजाम दे रहे है ,जब मेरी बात एक फौजी से हुई तो उसने जो वाकिया बताया उसे सुन मेरा रोंगटा खड़ा हो गया ,जवान ने बताया की जब हम सीमा पे गस्त करते है तो हमे ये नही पता रहता की इस गस्त में मै वापस लौटूंगा की नही यदि हम एक दिन बच गये तो मानो हमे भग्वान ने एक नया जन्म दिया ,सीमा पर गस्त लगाते हुवे पता चला की घुसपैठ लगाये कोई आतंकी चोरी से हमला न करदे ,पता चला की कोई पाकिस्तान का जवान एकांत में पाके फायरिंग न करदे ,फौजी ने बताया की कश्मीर का माहौल इतना खराब है की किस घर में मिलेट्रीं किस घर में छिपे हो पता नही चलता ये मिलेट्रिन बिच बजार में फायरिंग कर पब्लिक के बिच में जाके छिप जाते है ,हम जवानो को आदेश मिला है की आप सौहार्दता दिखाते हुवे पब्लिक प्लेस पर फायरिंग नही कर सकते ,और ये आतंकी उनके बिच जाके छिप जाते है और हम जवान लोग हाथ में हाथ धर कर तमासा देखते रहते है ये आतंकी उस भीड़ का फायदा उठा के हमपे हमला कर जवानो को मार देते है और भीड़ का फायदा उठा के भाग जाते हैं  |
                                                           मनीष शुक्ला 

Today Mostly young militry person also wept remembering martyrs ..... Interview with a militry person ?


Today the entire country is crying on the martyrdom of Shaheed young men, where the country was crying too but now the sky wept over the hearts of our young Srhd be taken to protect the country's entry into India through the border terror Gus Patiye There have been carrying out terrorist incident, a soldier was my point when he told the Wakia hear him stood my hair on the body, when we limit the pay of soldiers patrolling said they do not know if we lived in the patrolling I am not the back, as if we survived the day we delivered a new Bgwan, patrolling along the border levy imposed Huey showed infiltration of a terrorist attack impediment theft, showed a young Pakistani firing in solitude Pake no impediment, the military said Kashmir's atmosphere is so bad to not know what is hidden in the house, the house in which the Miletryn Miletrin between the firing of the market went and hid themselves in the middle of the public, we have orders of the young men you Huey public can show not firing on warm place, and these terrorists are hiding and we went between them, put your hand in hand to young people watch Tmasa Hmpe of these terrorist attacks, taking advantage of the crowd and kill the young men taking advantage of the crowd's Escape |
Manish Shukla

Monday, September 19, 2016

India is a nuclear country, the country seems to be suspicious, Q Pakistan is helpless in front of the Prime Minister of India .......

Uri soul stirring at that event, in which 17 soldiers laid down their lives for our country, Pakistan's Atnkiyon terrorist attacks in India have Gus killed several soldiers, the Indian Prime Minister should be ashamed of the terror attack on the which is added in India that the nuclear countries, the Prime ministers of Pakistan and so helpless that the Q, why is the Pakistani-day attacks are becoming not know Q is silent Prime Minister of India, Essay shame on the Prime Minister to India today is facing growing, young and citizens of the country is ours These terrorists easily kill big game played by the terror they go back to their homeland, the young man guarding the India terror Gus hit in India, and the leader of our country has become quiet by giving a condolence message to the soldiers killed Huey, went and asked the family of those killed are young men in red in hand Huey sacrificed in the name of protecting the country become the country's shame should be the country's prime minister, Prime Minister Pura country asks you a question, the Prime Minister a question of how you will respond to the terror attack to Pakistan, India, Pakistan, the country is leaning Q, Huey militants in Uri Jaish attack - Muhammad claimed responsibility for the attack, will be silent .......
how long Prime Minister of India, when India will respond Muhtod militants ...... manish kumar

भारत के परमाणु सम्पन्न देश होने पर देश को हो रहा शक ,क्यू पकिस्तान के आगे लाचार है भारत का प्रधान मंत्री.......



उरी में कल आत्मा को झकझोर देने वाली घटना घटी,जिसमे हमारे देश के 17 जवान शहीद हो गये ,पकिस्तान के आतंकीयों ने भारत में घुश कर आतंकी हमला कर कई जवानों को मार डाला ,भारत के प्रधान मंत्री को शर्म करना चाहिए इस आतंकी हमले पे,जिस भारत देश को परमाणु सम्पन्न देशों में जोड़ा जाता है उस देश के प्रधान मंत्री इतने लाचार पाकिस्तान के आगे क्यू हैं ,क्या कारण है की पाकिस्तान से आये दिन आतंकी हमले होते जा रहे है पता नही क्यू चुप है भारत के प्रधान मंत्री, एसे प्रधान मंत्री पे आज भारत देश को शर्म करनी पड़ रही है , हमरे देश के जवान व नागरिकों को ये आतंकी बड़े आसानी से मारते है आतंक का खेला खेल कर अपने देश को वापस चले जाते है ,भारत देश की सुरक्षा में तैनात जवान को ये आतंकी घुश कर भारत में मारते है ,और हमारे देश के नेता शहीद हुवे जवानों पर शोक संदेश देकर चुप हो जाते है ,जाके उन शहीद जवानो के परिवार से पूछे जिनका लाल देश की रक्षा कर देश के नाम पर हस्ते हुवे कुर्बान हो जाते है ,शर्म करना चाहिए देश के पधान मंत्री को, प्रधान मंत्री जी पुरा देश पूछता है आप से एक सवाल , प्रधान मंत्री जी आप से एक सवाल कब पाकिस्तान को इस आतंकी हमले का जवाब देगी भारत,क्यू झुकी है पाकिस्तान के आगे भारत ,उरी में हुवे आतंकी हमले का जैशे - मुहम्मद ने हमले की ली जिम्मेदारी .......कब तक प्रधान मंत्री जी चुप बैठेगी भारत,कब इन आतंकियों को मुहतोड़ जवाब देगी भारत ......    मनीष कुमार

Saturday, September 17, 2016

माननीय प्रधानमन्त्री जी की कुछ अनदिखे पहलु.......जानिये क्या है वो पहलु ?

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माननीय श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी का जन्म गुजरात के महेसना जिले में स्थित वडनगर के छोटे से शहर में जन्म हुवा|माँ हीराबेन व उनके पती श्री दामोदर दास बड़ी कठिनाई से अपने बच्चों को पाले | पिता दामोदर दास स्टेशन पे चाय बनाते थे ,वही जब नरेन्द्र दामोदर दास बड़े हुवे तो वो अपने पिता के साथ स्टेशन पर चाय बेचते थे ,वे अपने घर को छोड़ कर हिमालय की सरन में चले गये ,वही वो कुछ दिन तक अपने जीवन को व्यतीत किये , फिर वो वहां से वापसी कर आरएसएस से जुड़ गये ,और गुजरात से चुनाव लड़े और गुजरात के मुख्य मंत्री बने ,जहाँ वो गुजरात के गोधरा काण्ड में फसे वही वो फिर चुनाव लडे और दुबारा गुजरात के मुख्य मंत्री बने ,तमाम आलोचना के बाद भी वो अपने संघर्षों को निरंतर संघर्ष रत रहे ,इतनी विवादों में घिरने के बाद भी वो बनारस से चुनाव लड़े और भाजपा को भारी जीत दिला के 26 मई2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और देश के माननीय वर्तमान प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी बने ,भारत को आगे बढाने के लिए उन्होंने कई योजनाए निकाली उन्होंने गरीबो पर भी विशेष ध्यान दिया | उन्होंने कई दौरे विदेशों में की जहाँ वहां के वासिन्दा उनका जोर सोर से स्वागत किया ,भारत को उन्नति की शिखर पर लेजाने के लिए कई उद्योग को भारत में लाने की योजना बनाई ,स्वक्ष भारत बनाने के लिए उन्होंने स्वक्षता अभियान की शुरुवात की ,जो आज पुरे भारत में प्रसिद्ध हुवा,वहीं गरीब बच्चीयों के लिए सुकन्या स्म्रिधि योजना के नाम से बैंकों और पोस्ट आफिसों में खाते खुलवाना शुरु कराया जिससे गरीब आपने बच्चों की आसानी से शादी व पढ़ा सके ,एसे कई योजनाये है मननीय प्रधान मंत्री जी के कुछ विदेश निति -----  
 
विदेश नीति से संबंधित विभिन्न पहल में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की वैश्विक मंच पर वास्तविक क्षमता एवं भूमिका की छाप दिखती है। उन्होंने सभी सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों की उपस्थिति में अपने कार्यकाल की शुरुआत की। संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए उनके भाषण की दुनिया भर में प्रशंसा हुई। नरेन्द्र मोदी भारत के ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री बने जिन्होंने 17 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद नेपाल, 28 वर्ष बाद ऑस्ट्रेलिया, 31 वर्ष बाद फिजी और 34 वर्ष बाद सेशेल्स की द्विपक्षीय यात्रा की। पदभार ग्रहण करने के बाद से नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, सार्क और जी-20 शिखर सम्मेलनों में भाग लिया, जहां अनेक प्रकार के वैश्विक, आर्थिक और राजनैतिक मुद्दों पर भारत के कार्यक्रमों एवं विचारों की जबर्दस्त सराहना की गई। जापान की उनकी यात्रा से भारत-जापान संबंधों में एक नए युग की शुरुआत हुई। वे मंगोलिया की यात्रा करने वाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री हैं और चीन व दक्षिण कोरिया की उनकी यात्राएं भारत में निवेश लाने की दृष्टि से कामयाब रही हैं। फ्रांस और जर्मनी की अपनी यात्रा के दौरान वे यूरोप के साथ निरंतर जुड़े रहे।

Friday, September 16, 2016

Brief biography on Hon'ble Prime Minister Shri Narendra Modi's foreign policy and his plan.....

 Mr. Narendra Modi Damodardas born in the district of Gujarat Mahesna birth happened in the small town of Vadnagar | Mother Mr. Damodar Das Hiraben and her husband raised their children with great difficulty | Father used to make tea on station, the Narendra Damodardas large Huey with his father, he used to sell tea at the station, they leave their home in Saran went to the Himalayas, the few days he spent his life done, then he switched to the back from the RSS, and contested from Gujarat and Gujarat Chief Minister, Gujarat's Godhra case, the problem here, where he fought the election again and again, he became Chief Minister of Gujarat, after all the criticism also she struggles constantly struggle needs you, so controversial siege after he Banaras contested from the BJP side to win the 26 May 2014 prime Minister was sworn in as the country's honorable current prime Minister Mr. Narendra Modi became India he took out several plans to promote a special focus on the poor | He thrust his tour abroad where there Wasinda Tyre welcomed India summit advancement to India for transporting many industry planned to make India Swksh he Swkshta campaign launched today All over India famous happened, the poor Bchchiyon Sukanya Smridi plan called for banks and post office buildings were in a poor start to open the account and read your children could easily marry, assay several plans of the Prime Minister's foreign policy ponderable -----
Various initiatives in foreign policy in the world's largest democracy, India's role on the global stage and the actual capacity of the mark appears. All SAARC countries, he began his term in the presence of State. In his speech to the UN General Assembly was admired around the world. Became the first Prime Minister of India after a gap of 17 years, Nepal, Australia, after 28 years, 31 years later and 34 years after Fiji's bilateral visit to Seychelles. Since Narendra Modi took over the UN, BRICS, SAARC and G-20 summits attended, where a variety of global, economic and political issues and ideas in great programs in India was appreciated. His visit to Japan from the beginning of a new era in India-Japan relations. He was the first Indian prime minister to visit Mongolia and China and South Korea, their trips are managed with a view to investing in India. During his visit to France and Germany are associated with Europe continued.
Shri Narendra Modi has attached great importance to strong relations with Arab countries. His visit to the United Arab Emirates in August 2015 by an Indian prime minister in 34 years, during which he was the first visit to India's economic engagement with the Gulf initiative to increase widespread. In July 2015 Shri Modi visited the five Central Asian countries. The visit in itself is unique and special. Between India and these countries, energy, trade, culture and economy in key areas such agreements. In October 2015 the historic India-Africa Forum Summit held in New Delhi in which 54 African countries participated. Leaders of 41 African countries participated in the conference on strengthening the India-Africa relationship has been widely discussed. African leaders attending the conference were the Prime Minister himself bilateral meeting.
COP -21 in November 2015, the Prime Minister attended the summit with other world leaders on climate change where he discussed. Minister and French President Hollande to meet the energy requirements of the proper use of solar energy to the International Solar Alliance inaugurated.
In April 2016, the Prime Minister in which he attended the Nuclear Security Summit on the world stage has a strong message about the importance of nuclear safety. He visited Saudi Arabia, where Saudi Arabia's highest civilian honor, was awarded the King Abdulaziz Sash.
Australian Prime Minister Tony Abbott, Chinese President Xi Jinping, President of Sri Lanka Matreepal Sirisena, Russian President Vladimir Putin and German Chancellor Angela Merkel visited India, including several other world leaders, and these visits India and these countries to improve cooperation between success. Chief Guest at the Republic Day of 2015, as President Barack Obama visited India, which is the first time in the history of Indo-US relations. Faipiaisi summit hosted by India in August 2015, which was attended by top leaders of the Pacific Islands. Meanwhile, India's relations with the Pacific Islands were discussed important aspects.
On any one day "International Yoga Day" to be celebrated as the United Nations' call Narendra Modi has received tremendous support. 177 countries around the world came together for the first time on June 21, "the International Yoga Day" to be celebrated as the United Nations passed the resolution.

The whole story of maa Vaishno devi................

 Maa Vaishno Devi India originated in the south of the home of Ratnakar Sagar. Her worldly parents had remained childless for a long time. On the night before the birth of the Divine child, that child whatever Ratnakar had promised, they would not come in the way of his desire. Ma Vaishno Devi was called Trikuta as a child. After the birth of Lord Vishnu's lineage She was called Vaishnavi. Trikuta was 9 years old when, he and his father sought permission to penance on the seashore. Trikuta RAM as Lord Vishnuprayed to. Sita while exploring Sri Rama with his army reached the seashore. His eyes fell on this Divine Girl in deep meditation. Trikuta Mr Ram said as she accepted her husband's. Sri Rama told her that he incarnationonly Sita had vowed to be faithful to. But God assured him that Kali Yuga they Kalki will appear and will marry her.
Meanwhile, Sri Ram said trikuta North India trikuta series of hills located in the ruby cave said to be self-absorbed. Ravana against Sri Rama mother for the conquest of ' Navratri ' decided to celebrate. Therefore, in the context of people, Navratri period of 9 days in the Ramayana reads. Sri Rama promised that the whole world would sing Ma Vaishno Devi's praise. Trikuta, become famous as Vaishno Devi and would become immortal forever. 
With time, many stories emerged about the Mother Goddess. One such story is about Shree-Dhar. Sridhar was an ardent devotee of Ma Vaishno Devi. They present Katra town located at a distance of 2 kms from the village remains in the collarbone. Once Ma appeared to him in the form of a seductive young girl. Young girl from the humble Pandit 'Bhandara' (a party for monks and devotees) for holding said. Pandit village and went to invite people from nearby places. He is a selfish monster 'Bhairav ​​Nath also invited. Bhairav ​​Nath Dhar asked how they are planning to meet expectations. She reminded him of the bad consequences in case of failure. Panditji was lost in worry, the Divine girl appeared and said they are not disappointed, that everything had been arranged. He said that over 360 devotees be seated in the small hut. Her word the Bhandara with additional dining and seating arrangements went smoothly. Bhairav ​​Nath admitted that the girl had supernatural powers and decided to test further. He followed the Divine girl to Trikuta hills. 9 months Bhairav ​​Nath finds that mysterious old girl, whom the Goddess of the embodiment considered. While running away from Bhairav, Devi shot an arrow into the earth to run, the water came out abundantly.
The river is known as Banganga. It is believed that Banganga (Baan: Arrow) in the bath, the goddess mother of the believers in all the sins are erased. River, which is called phase footer, Devi's foot imprints, which are still intact. Adkavari near Vaishno Devi took refuge in June womb, where they were 9 months meditation and spiritual knowledge and powers were ecstatic. Her meditation was cut when Bhairav ​​located her. When Bhairav ​​tried to kill him, then compelled Vaishno Devi Maha Kali took the form of. Devi appeared in court at the entrance to the Holy Cave. Devi's beheaded Bhairav ​​with such power that his skull Bhairav ​​Ghati, 2.5 km from the Holy Cave fell at a place called.
In his dying moments, Bhairav ​​pleaded guilty. Goddess knew that Bhairav's main intention to attack them was to attain salvation. He not only Bhairav ​​rebirth liberated from the cycle, but the gifts given by the man to ensure that the pilgrimage has been held, it would be necessary that the vision of the Goddess, the Holy cave Bhairav ​​Nath's visit to the shrine Meanwhile Vaishno Devi Krenkis three nodules (head) has assumed the shape of a rock with and immersed herself into meditation forever
.
Meanwhile, Pandit Shridhar became impatient. In the same way they progressed towards Trikuta mountain, which he had seen in the dream. Eventually they arrived at the cave mouth. Many of the methods 'bodies' made a daily routine of worshiping. His worship pleased the Goddess. He appeared in front of them and blessed them. Since then, Sridhar and his descendants have been worshiping the Goddess Mother Vaishno Devi

Thursday, September 15, 2016

प्रकृति ने खोला बांग्लादेश का एक घिनौना सच .........जानिए क्या है इस घिनौने सच की पूरी कहानी ?

बांग्लादेश से शर्मसार करने वाली एक अद्भुत घटना सामने आई , प्रकृति ने खोला बंगलादेश का घिनौना सच ,बकरा ईद में काटे गये जानवरों का पोल प्रकृति की एक बारिश ने खोल दिया ,बंगलादेश ने इतने जानवरों को काटा की उनका खून बारिश में रोड़ों पे फ़ैल गया ,हर तरफ बारिश की वजह से खून ही खून रोड पे फ़ैल गया | वहां के मुस्लिम वासिंदों ने जानवरों की इतनी कुर्बानी दी की हर तरफ खून ही खून पुरे शहर में फ़ैल गई | जहाँ बारिश ने बांग्लादेश का पोल खोला वही जानवरों की निर्मम हत्या का पोल भी खुल गया ,आप इससे इतना तो अंदाजा लगा सकते है की वाह के लोग कितने निर्ममता से जीवों की हत्या कर देते है जिसका प्रमाण ये बारिश है जो पुरे बांग्लादेश के रोड को खुन का तालाब                                                                                   बना दिया ..........
                                                                                       
                                             मनीष कुमार

Wednesday, September 14, 2016

जौनपुर में चोरी की एक घिनौनी वारदात जो cctv में हवा कैद .........जानिए कैसे दी चोर ने चोरी को अंजाम ?

जौनपुर - कोतवाली स्थित सूरज मेडिकल स्टोर पर दवा लेने गये एक व्यक्ति का पर्स मेडिकल स्टोर के काउंटर से चोरी किया गया । जिस चोर ने एसी घिनौनी हरकत को अंजाम दिया उस चोर की करतूत CCTV कैमरे में कैद हो गयी ।  मोहल्ला बारादुअरिया निवासी शम्शी आज बुधवार की रात लगभग 8 बजे कोतवाली चौराहे पर सूरज मेडिकल पर दवा लेने गए थे । शम्शी दवा का पैसा देने के लिए पर्स निकाले तभी एक व्यक्ति काउंटर पर आया और पर्स पर हाथ साफ कर दिया । शम्शी ने जब अपना पर्स गायब देखा तो मेडिकल स्टोर के मालिक को इसकी जानकारी दी ,सूरज  मेडिकल स्टोर के मालीक ने तुरंत  अपने cctv के फुटेज खंगाला तो पता चला की पर्स कोई चोर लेकर रफू चक्कर हो गया है । शम्शी ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी है पुलिस फुटेज लेकर कार्यवाही में जुट गयी । शम्शी ने बताया कि पर्स में लगभग 20 हज़ार रूपए । और सऊदी का अकामा तथा ड्राइविंग लाइसेंस था ।
    मनीष कुमार 

जौनपुर में भाजपा के दो गुटों में क्यू हुई लड़ाई रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के आगमन पे .....जानिए क्या हुवा ?


जौनपुर। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का स्वागत और माल्यापर्ण करने को लेकर आज भाजपा के दो नेताओ के समर्थको के बीच जमकर मारपीट हुआ। इस वारदात में पांच लोग घायल हो गये है।जिसमें एक की हालत नाजुक देखते हुए वाराणसी रेफर कर दिया ह। चार घायलो का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मारपीट की घटना के बाद से पुलिस सक्रिय हो गयी है। मिली जानकारी के अनुसार आज जौनपुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रेल राज्यमंत्री एवं संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा आ रहे थे। उनका स्वागत करने के लिए भाजपा के बरिष्ठ नेता डा0 हरेन्द्र सिंह अपने समर्थको के साथ जलालपुर चौराहे पर जमे हुए थे इसी बीच भाजपा नेता विक्रम प्रताप सिंह भी अपने समर्थको के साथ मनोज सिन्हा का स्वागत करने के लिए डट गये। जैसे ही मनोज सिन्हा का काफिला जलालपुर पहुंचा तो दोनो नेताओ के समर्थक अपने अपने नेताओ का नारेबाजी करते हुए माल्यार्पण करने लगे। इसी बीच धक्का मुक्की होने लगी देखते ही देखते दोनो तरफ से मारपीट और लाठी डण्डा चलने लगा। इस वारदात में पांच कार्यकर्ता घायल हो गये। मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी तरह से दोनो पक्षो को छुड़ाकर मामले को शांत कराया। उसके बाद दोनो नेताओ के समर्थक कार्यक्रम स्थल टीडी कालेज पहुंचे तो एक बार फिर दोनो तरफ से गाली गलौज और मारपीट शुरू हो गया। मारपीट के कारण कार्यक्रम में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी। यहां पुलिस बीच बचाव करके किसी तरह से मामले को शांत कराया। स्थिति को देखते हुए कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस फोर्स और पीएसी को तैनात कर दिया गया है। उधर घायलो का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। खबर लिखे जाने तक किसी भी तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नही दिया गया है।
सौजन्य से
-अमित तिवारी जलालपुर

Tuesday, September 13, 2016

जौनपुर को श्री मनोज सिन्हा ने मुम्बई तक ट्रेन और कुछ बेहतरीन तौफा......जानिए क्या है तौफा ?

जौनपुर में मंगलवार को रेल एवं दूरसंचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का शिराजे हिन्द की सर जमी पर आगमन हुवा |श्री सिन्हा जी ने जौनपुर को एक बेहतरीन तौफा दी है |उन्हों ने मुम्बई तक नयी ट्रेन चलाने की घोषणा की |श्री सिन्हा ने कहा कि मार्च 2017 तक एक लाख गांवों को ब्राडबैंड से जोड़ने का काम कर दिया जायेगा |श्री सिन्हा जी ने कहा की भाजपा का एक बड़ा लक्ष जो  सितम्बर 2018 तक 1.5 लाख और गांव पूरी दुनिया से जुड़ जायेंगे | श्री मनोज सिन्हा मंगलवार को टीडी कालेज में शहीद उमानाथ सिंह की 22वीं पुण्यतिथि में शामिल होने आये थे | श्री सिन्हा ने कहा कि जौनपुर के अधिकांश  व्यक्ति मुम्बई में रहते हैं, उन्हें कहा की लोगो को आने जाने में बहुत परेशानियां उठानी पडती है |श्री सिन्हा ने कहा कि जौनपुर से ट्रेन चलाने में कुछ दिक्कतें होती हैं लेकिन दिक्कतों को जल्द दूर कर नयी ट्रेन चलाने का पूरा हर सम्भव कोशिश रहे गा |श्री मनोज सिन्हा ने  स्वीकार किया की बीएसएनएस की ध्वस्त व्यवस्था को जल्द दूर करने का प्रयास करेंगे | श्री सिन्हा ने कहा की इन दिक्तों को कर वर्ष 2017 मार्च तक एक लाख गांवों को ब्राडबैंड के जरिये पूरी दुनिया से जोड़े दिया जायेंगे |
                                                                                               मनीष कुमार 

Monday, September 12, 2016

RTE के तहत 6 से 14 साल के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने का प्रावधान........

संविधान (छियासीवां संशोधन) अधिनियम, 2002 ने भारत के संविधान में अंत: स्‍थापित अनुच्‍छेद 21-क, ऐसे ढंग से जैसाकि राज्‍य कानून द्वारा निर्धारित करता है, मौलिक अधिकार के रूप में छह से चौदह वर्ष के आयु समूह में सभी बच्‍चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान करता है। नि:शुल्‍क और अनिवार्य बाल शिक्षा (आरटीई) अधिनियम, 2009 में बच्‍चों का अधिकार, जो अनुच्‍छेद 21क के तहत परिणामी विधान का प्रतिनिधित्‍व करता है, का अर्थ है कि औपचारिक स्‍कूल, जो कतिपय अनिवार्य मानदण्‍डों और मानकों को पूरा करता है, में संतोषजनक और एकसमान गुणवत्‍ता वाली पूर्णकालिक प्रांरभिक शिक्षा के लिए प्रत्‍येक बच्‍चे का अधिकार है।
भारत 66 प्रतिशतक के एकगरीब साक्षरता दर, के रूप में अपनी रिपोर्ट 2007 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा दी गई और जैसा कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की रिपोर्ट, 2009 में शामिल के साथ विश्व साक्षरता रैंकिंग में149, स्थान है।
वास्तव में, शिक्षा जो एक संवैधानिक अधिकार था शुरू में अब एक मौलिक अधिकार का दर्जा प्राप्त है। अधिकार की शिक्षा के लिए विकास इस तरह हुआ है: भारत के संविधान की शुरुआत में, शिक्षा का अधिकार अनुच्छेद 41 के तहत राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों के तहत मान्यता दी गई थी मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का आश्वासन राज्य के नीति निर्देशक अनुच्छेद 45, जो इस प्रकार चलाता है,दस साल की अवधि के भीतर होगा मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के लिए इस संविधान के सभी बच्चों के लिए प्रारंभ से जब तक वे चौदह वर्ष की आयु पूर्ण करें." इसके अलावा, शिक्षा प्रदान करने के साथ 46 लेख भी संबंधित जातियों अनुसूची करने के लिए, जनजातियों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों अनुसूची. तथ्य यह है कि शिक्षा का अधिकार 3 लेख में किया गया है साथ ही संविधान के भाग IV के तहत निपटा बताते हैं कि कैसे महत्वपूर्ण यह संविधान के निर्माताओं द्वारा माना गया है। 29 लेख और आलेख शिक्षा के अधिकार के साथ 30 समझौते और अब, हम अनुच्छेद 21A है,जो अपने आप में एक मजबुत बनाता है ,और अपने आप में एक आश्वासन मिलता है अब ,

2002 में, संविधान (अस्सी छठे संशोधन) अधिनियम शिक्षा के अधिकार के माध्यम से एक मौलिक अधिकार
के रूप में पहचाना जाने लगा. लेख 21A इसलिए सम्मिलित होना जिसमें कहा गया है जिसमे  राज्य के रूप में इस तरीके से, विधि द्वारा, छह से चौदह वर्ष की आयु के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करेगा.अनुच्छेद 21Aको  लाने के लिए और बाद में, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, RTE अधिनियम के लिए एक कच्चा मसौदा विधेयक 2005 में प्रस्ताव किया गया।1अप्रैल 2010 को बच्चों के अधिकार को नि: शुल्क और अनिवार्य शिक्षा अधिनियम, लोकप्रिय शिक्षा का अधिकार अधिनियम के रूप में जाना
RTE अधिनियम 4 अगस्त 2009 को भारत की संसद द्वारा 2 जुलाई 2009 और कैबिनेट मंत्रालय द्वारा 20 जुलाई, 2009 को राज्य सभा के अनुमोदन के बाद पारित किया गया था। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने इस विधेयक को मंजूरी दे दी थी, उसके और इस के राजपत्र में नि: शुल्क बच्चों के अधिकार पर और अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के रूप में अधिसूचित किया गया 3सितम्बर, 2009को . 1 अप्रैल 2010 पर, यह भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य को छोड़कर, पुरे राज्यों में लागू किया गया ,
अनुच्‍छेद 21-क और आरटीई अधिनियम
 1 अप्रैल, 2010 को लागू हुआ। आरटीई अधिनियम के शीर्षक में ''नि:शुल्‍क और अनिवार्य'' शब्‍द सम्मिलित हैं। 'नि:शुल्‍क शिक्षा' का तात्‍पर्य यह है कि किसी बच्‍चे जिसको उसके माता-पिता द्वारा स्‍कूल में दाखिल किया गया है, को छोड़कर कोई बच्‍चा, जो उचित सरकार द्वारा समर्थित नहीं है, किसी किस्‍म की फीस या प्रभार या व्‍यय जो प्रारंभिक शिक्षा जारी रखने और पूरा करने से उसको रोके अदा करने के लिए उत्‍तरदायी नहीं होगा। 'अनिवार्य शिक्षा' उचित सरकार और स्‍थानीय प्राधिकारियों पर 6-14 आयु समूह के सभी बच्‍चों को प्रवेश, उपस्थिति और प्रारंभिक शिक्षा को पूरा करने का प्रावधान करने और सुनिश्चित करने की बाध्‍यता रखती है। इससे भारत अधिकार आधारित ढांचे के लिए आगे बढ़ा है जो आरटीई अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार संविधान के अनुच्‍छेद 21-क में यथा प्रतिष्‍ठापित बच्‍चे के इस मौलिक अधिकार को क्रियान्वित करने के लिए केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों पर कानूनी बाध्‍यता रखता है।

आरटीई अधिनियम निम्‍नलिखित का प्रावधान लागू करता है 
  • किसी पड़ौस के स्‍कूल में प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने तक नि:शुल्‍क और अनिवार्य शिक्षा के लिए बच्‍चों का अधिकार।
  • यह स्‍पष्‍ट करता है कि 'अनिवार्य शिक्षा' का तात्‍पर्य छह से चौदह आयु समूह के प्रत्‍येक बच्‍चे को नि:शुल्‍क प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने और अनिवार्य प्रवेश, उपस्थिति और प्रारंभिक शिक्षा को पूरा करने को सुनिश्चित करने के लिए उचित सरकार की बाध्‍यता से है। 'नि:शुल्‍क' का तात्‍पर्य यह है कि कोई भी बच्‍चा प्रारंभिक शिक्षा को जारी रखने और पूरा करने से रोकने वाली फीस या प्रभारों या व्‍ययों को अदा करने का उत्‍तरदायी नहीं होगा।
  • यह गैर-प्रवेश दिए गए बच्‍चे के लिए उचित आयु कक्षा में प्रवेश किए जाने का प्रावधान करता है।
  • यह नि:शुल्‍क और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने में उचित सकारों, स्‍थानीय प्राधिकारी और अभिभावकों कर्त्‍तव्‍यों और दायित्‍वों और केन्‍द्र तथा राज्‍य सरकारों के बीच वित्‍तीय और अन्‍य जिम्‍मेदारियों को विनिर्दिष्‍ट करता है।
  • यह, अन्‍यों के साथ-साथ, छात्र-शिक्षक अनुपात (पीटीआर), भवन और अवसंरचना, स्‍कूल के कार्य दिवस, शिक्षक के कार्य के घंटों से संबंधित मानदण्‍डों और मानकों को निर्धारित करता है।
  • यह राज्‍य या जिले अथवा ब्‍लॉक के लिए केवल औसत की बजाए प्रत्‍येक स्‍कूल के लिए रखे जाने वाले छात्र और शिक्षक के विनिर्दिष्‍ट अनुपात को सुनिश्चित करके अध्‍यापकों की तैनाती के लिए प्रावधान करता है, इस प्रकार यह अध्‍यापकों की तैनाती में किसी शहरी-ग्रामीण संतुलन को सुनिश्चित करता है। यह दसवर्षीय जनगणना, स्‍थानीय प्राधिकरण, राज्‍य विधान सभा और संसद के लिए चुनाव और आपदा राहत को छोड़कर गैर-शैक्षिक कार्य के लिए अध्‍यापकों की तैनाती का भी निषेध करता है।
  • यह उपयुक्‍त रूप से प्रशिक्षित अध्‍यापकों की नियुक्ति के लिए प्रावधान करता है अर्थात अपेक्षित प्रवेश और शैक्षिक योग्‍यताओं के साथ अध्‍यापक।
  • यह (क) शारीरिक दंड और मानसिक उत्‍पीड़न; (ख) बच्‍चों के प्रवेश के लिए अनुवीक्षण प्रक्रियाएं; (ग) प्रति व्‍यक्ति शुल्‍क; (घ) अध्‍यापकों द्वारा निजी ट्यूशन और (ड.) बिना मान्‍यता के स्‍कूलों को चलाना निषिद्ध करता है।
  • यह संविधान में प्रतिष्‍ठापित मूल्‍यों के अनुरूप पाठ्यक्रम के विकास के लिए प्रावधान करता है और जो बच्‍चे के समग्र विकास, बच्‍चे के ज्ञान, संभाव्‍यता और प्रतिभा निखारने तथा बच्‍चे की मित्रवत प्रणाली एवं बच्‍चा केन्द्रित ज्ञान की प्रणाली के माध्‍यम से बच्‍चे को डर, चोट और चिंता से मुक्‍त बनाने को सुनिश्चित करेगा।