Saturday, January 23, 2016

जौनपुर ---कब आओ गे मेरे परदेशीया तुम्हारी दुल्हन तुम्हारी राह देख रही है--------जानिए इस दुल्हन क्या है दर्द ?

जौनपुर का शहर हुवा जाड़े से खुश नुमा जौनपुर में जब जाड़े ने दी दस्तक तो मानो जौनपुर खिल सा उठा जौनपुर में बारिश मानो मोती की दानों की तरह चमक सी गयी पत्तो पे वर्षा की बुँदे व ओस की बुँदे मानो दोनों मिल के जौनपुर को आसमान में चमकते हुवे तारों की तरह जगमगा सी रही जौनपुर के किले व शाही पुल मानो दुल्हन की तरह लग रही हो किसी का इंतजार कर रही हो कब आओ गे परदेशियों व जौनपुर वासियों आप की जरूरत आप की दुल्हन को है जब तक आप आओ गे नही तब तक आप की ये दुल्हन अधूरी है ,इस सुन्दरता को अपने नजरों में कैद करो आप के देखने मात्र से मै खिल उठूँ गी दुनिया आप की दुल्हन की सुन्दरता को देखने के लिए बेताब है अपने जौनपुर का नाम पुरे विश्व में इसकी सुन्दरता को देखने के लिए मानो बेताब सा हो जाएँगे उनको जौनपुर लाओ उनको दिखाओ और बताओ मेरे बारे में ,,,,,कब आओ गे मेरे परदेशी तुम्हारी दुल्हन तुम्हारी राह देख रही है ,,,,,,,मनीष 

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