इसे ना माने जटिल बिमारी -समाज इसे बहुत गलत नजरिये से देखती है ;--त्वचा पर सफेद दाग का होना उतनी बड़ी और गंभीर बीमारी नहीं, जितना लोग इसे लेते हैं। समय रहते इसका इलाज करवा लिया जाए तो प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है। सफेद दाग को ल्यूकोडर्मा कहा जाता है। इसके लिए ज्यादातर लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, जिससे ठीक होने में काफी वक्त लगता है। हालांकि, घर में मौजूद कुछ चीजों से ही इसका इलाज संभव है। कुछ लोगों का मानना है कि ये कुष्ठ रोग का पहला स्टेज है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं। ये न तो किसी प्रकार का कैंसर होता है, न ही कोढ़। इंडिया में लगभग 2 प्रतिशत लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं।
बथुए का पत्तियां से उपचार -
इनकी पत्तियों का इस्तेमाल भी सफेद दाग के उपचार के तौर पर किया जाता है। सब्जी बनाने से लेकर इसकी पत्तियों का रस लगाने से भी काफी आराम मिलता है
ऐलोवेरा की पत्तियों के अंदर के जेल को निकालकर सफेद दाग वाले हिस्से पर लगाएं और अच्छे से मसाज करें। सूखने पर इसे पानी की सहायता से धो लें। दिन में 2-3 बार इसका इस्तेमाल करें। ऐलोवेरा जूस पीना भी फायदेमंद होता है।
सरसों तेल से उपचार -
सरसों तेल स्किन से लेकर बालों तक के लिए फायदेमंद है। इस तेल में हल्दी पाउडर मिलाकर उसे सफेद दाग पर लगाएं। सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। साबुन का इस्तेमाल कम से कम करें। चिकनाहट मिटाने के लिए बेसन का इस्तेमाल करें।
आगे और बताएं गे उपचार ........मनीष
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